लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में दंगों के बाद तनाव जारी है। अब तक मरने वालों की संख्या बढ़कर 26 हो चुकी है। इसके अलावा अब तक 52 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। कई इलाकों में दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश दिए गए हैं। लेकिन हकीकत ये है कि सेना की मौजूदगी के बाद भी हालात बेहद तनावपूर्ण हैं। मुजफ्फरनगर के बिगड़ते हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि पिछले कई दिनों से यहां छिटपुट झड़प की खबरें आ रही थीं। लेकिन अखिलेश सरकार के साथ-साथ स्थानीय प्रशासन भी कान में तेल डालकर सोता रहा। अब जब हालात बेकाबू हो गए तो सेना बुलाई गई।
जानकारी के अनुसार इस समय मुजफ्फरनगर में कुल 38 कंपनियां तैनात की गई हैं। इसमें से पैरा मिलिट्री फोर्स की 15 कंपनियां, रैपिड एक्शन फोर्स की 5 कंपनियां भी शामिल हैं। जबकि 5 अतिरिक्त कंपनियां बुलाई गईं और 13 कंपनियां पहले से ही मौजूद हैं। हालात बेकाबू होने के बाद डीएम ने सेना की 8 कंपनियां बुलाईं। जिसमें सिर्फ देहात में 5 कंपनियां तैनात की गई हैं। प्रशासन ने पूरे शहर को 8 जोन में बांट दिया है। और पूरे शहर में कर्फ्यू है। केंद्र ने राज्य सरकार से रिपोर्ट तलब की है। इस बीच गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने मुख्यमंत्री अखिलेश से फोन पर बात कर हालात की जानकारी ली
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